कार्ल्सबर्ग ग्रुप ने सुंदरवन में स्वच्छ पेयजल के लिए डिसोलनेटर से साझेदारी की @CarlsbergGroup

कार्ल्सबर्ग ग्रुप ने सुंदरवन में स्वच्छ पेयजल के लिए डिसोलनेटर से साझेदारी की @CarlsbergGroup

कोलकाता: कार्ल्सबर्ग ग्रुप ने पश्चिम बंगाल के सुंदरवन में खारे पानी को शुद्ध करने के लिए सोलर डिसेलिनेशन टेक्नोलॉजी कंपनी डिसोलनेटर के साथ साझेदारी की है। डिसोलेनेटर तकनीक की मदद से भारत में पश्चिम बंगाल के सुंदरवन में पानी को स्वच्छ पेयजल बनाया जाएगा।

डिसोलेनेटर की स्थायी जल शोधन प्रणाली 100 फीसदी सौर ऊर्जा से संचालित होती है। यह पानी से गंदगी और अशुद्धियों को दूर करने के लिए थर्मल और इलेक्ट्रिक एनर्जी का उपयोग करता है। इससे कई तरह के जटिल संसाधनों से प्राप्त जल को शुद्ध कर साफ पेयजल बनाने में मदद मिलती है। इससे वातावरण और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना समुदाय पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ता है।

इस परियोजना की सफलता का सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह समझना है कि लोगों को स्वच्छ पेयजल तक पहुंच कैसे मिलेगी। यह जल वितरण मॉडल दक्षिणी 24 परगना जिले के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है। यह डिस्ट्रिब्यूशन मॉडल महिला लघु उद्यमियों  के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा। इससे समुदाय में रहने वाले लोग और परिवार आर्थिक रूप से  सशक्त होंगे।

कॉर्ल्सबर्ग ग्रुप के सीईओ सीज ‘टी. हार्ट ने कहा, “हमारे टुगेटर जीरो कार्यक्रम से कार्ल्सबर्ग अपने उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में साझा जल संसाधनों को सुरक्षित रखने की साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है। नवीनतम तकनीक ईजाद करने के लिए साझेदारी में काम कर रहा कार्ल्सबर्ग विज्ञान, संस्कृति और इनोवेशन की बुनियाद पर स्थानीय समुदायों की स्वच्छ पेयजल तक पहुंच उपलब्ध कराने में मदद कर सकता है।“

कार्ल्सबर्ग इंडिया में कॉरपोरेट अफेयर्स के वाइस प्रेसिडेंट ऋषि चावला ने कहा, “भारत अभी दुनिया भर में छाए पानी के संकट को महसूस कर रहा है। इस साझेदारी में इस संकट का स्थायी समाधान खोजने की अपार क्षमता मौजूद है। इसी के साथ यह स्थानीय समुदाय के लोगों को जोड़ने और इस अमूल्य संसाधन के वितरण की व्यवस्था करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा।“

वॉटरऐड इंडिया के सीई वीके माधवन  ने कहा, “दक्षिणी 24 परगना जिले में पानी में बहुत ज्यादा लवणता है, जिससे यह पानी क्षेत्र के लोगों के पीने लायक नहीं है, और इस क्षेत्र के परिवारों पर काफी बोझ है। इस प्लांट की सौर ऊर्जा पर निर्भरता ने आकर्षक और स्थायी विकल्प मुहैया कराया है। तकनीक ही नहीं, बल्कि समुदाय पर आधारित प्रबंधन का आधारभूत ढांचा हमें अन्य क्षेत्रों में इसका विस्तार करने की प्रेरणा दे सकता है। इससे हम बाढ़ की बहुलता वाले क्षेत्रों में गंदे पानी को स्वच्छ पेयजल में तब्दील करने की इसी तरह की चुनौती से निपट सकते हैं।”

डेसोलेनेटर के डिवेलपमेंट और इम्‍पैक्ट लीड लुईस ब्लीच ने कहा, “हम कार्ल्सबर्ग के साथ साझेदारी कर बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। सुंदरवन की महिला उद्यमियों के लिए यह विशेष अधिकार है।”

कंपनी का कहना है की  यह परिवर्तनकारी नजरिया स्वच्छ पेयजल की लंबे समय तक सप्लाई के लिए सक्षम बनाएगा। यह विकास के अन्य लक्ष्यों, जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, आय का सृजन और ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने की प्राप्ति के लिए बुनियाद बनेगा।

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