- ब्रांड ने चिकित्सा जरूरतों को पूरा करने के लिए लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए व्यापक सेवाएं शुरू की हैं
- अर्ध-शहरी और ग्रामीण भारत में जीवन रक्षक दवाओं को पहुंचाने में सहायक रहा है
- कंपनी ने बंगाल, बिहार, झारखंड और उड़ीसा में अपने वैन के माध्यम से दवाओं को पहुंचाने का फैसला किया है
कोलकाता स्थित स्टार्ट-अप सबसे सस्ता दुकाँन, भारत की सबसे तेजी से बढ़ती फिजिटल फार्मेसी चेन, लॉकडाउन के दौरान अर्ध-शहरी और ग्रामीण भारत में जीवन रक्षक दवाओं को पहुंचाकर लॉकडाउन के दौरान कई लोगों की जान बचा रहा है। सबसे सस्ता दुकाँन का पूर्वी भारत में 150 से अधिक स्थानों पर उपस्थिति के साथ 150 से ज्यादा रिलेशनशिप सेंटर है जो 1000 से अधिक कस्बों को कवर करते है। ब्रांड ने घोषणा की है की लोगों की चिकित्सा जरूरतों को पूरा करने के लिए लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए व्यापक सेवाएं शुरू की गई हैं। ब्रांड ने लोगों तक पहुंच बनाकर आपूर्ति श्रृंखला को सक्रिय रखने के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं। लॉकडाउन से पहले, ब्रांड थर्ड पार्टी ट्रांसपोर्टेशन के ज़रिए सामानों की डिलीवरी करता था लेकिन जब से लॉकडाउन लगाया गया तो कई ट्रांसपोर्टेशन बंद कर दिए गए। इसलिए, कंपनी ने बंगाल, बिहार, झारखंड और उड़ीसा के सभी मार्गों में अपने वैन के माध्यम से दवाओं को पहुंचाने का फैसला किया।
कोविड -19 के बढ़ते प्रसार के कारण हुए लॉकडाउन ने दवा की आपूर्ति को पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है। समय पर दवाओं और अन्य स्वास्थ्य संबंधी उत्पादों की मांग बढ़ी है साथ ही समय पर प्राप्त न होने के डर से उपभोक्ताओं और विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के बीच तेजी से वृद्धि हुई है। ब्रांड लॉकडाउन के दौरान समय पर दवाई देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
सबसे सस्ता दुकाँन का कोलकाता और बोकारो में मेडिसिन हब है। यह लॉकडाउन के दौरान भी भागलपुर से डायमंड हार्बर तक, मेचेदा से पुरी तक, बांकुड़ा से लेकर पूर्वी भारत के अन्य दूरदराज के इलाकों में दवाइयों की डिलीवरी कर रही है। अन्य ऑनलाइन ब्रांडों की तुलना में सबसे सस्ता दुकाँन ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों में उपलब्ध है। साथ ही ऑफलाइन स्टोर रिटर्न और रिफंड की प्रक्रिया को बहुत आसान बना देता है। वर्नाकुलर कम्युनिकेशन के महत्व को ध्यान में रखते हुए, ब्रांड ने अपने ऐप को बांग्ला, हिंदी और ओडिया भाषा में डिज़ाइन किया है जो किसी अन्य फार्मेसी के पास नहीं है। इन सुविधाओं के कारण ग्राहकों खासकर के मरीजों को लॉकडाउन के दौरान बहुत राहत मिल रही है।
सबसे सस्ता दुकाँन के सीईओ, सह-संस्थापक, श्री अनीश अग्रवाल ने कहा, “कोविड -19 के बढ़ते प्रसार और लॉकडाउन के विस्तार के कारण, लोगों को कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है खासकर के स्वास्थ्य सेवा उत्पादों की जब बात आती है। सबसे सस्ता दुकाँन हर घर के स्वास्थ्य और भलाई के लिए सबसे सुरक्षित और सबसे प्रभावी समाधान पेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। लॉकडाउन के दौरान समर्पित और व्यापक सेवा इस दिशा में एक और कदम है।”
इस दौरान, सबसे सस्ता दुकाँन का उद्देश्य ‘हेल्थ फर्स्ट’ रहा है और अपने मिशन के अनुसार “हेल्थकेयर को किफायती और सभी के लिए उपलब्ध” बनाने के लिए, सबसे सस्ता दुकाँन ने एक स्वस्थ जीवन बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, खासकर जब लोगों को न केवल दवाओं की बल्कि मास्क या सैनिटाइज़र या अन्य बेबी उत्पादों की भी आवश्यकता है।
श्री अनंत जैन, सह-संस्थापक, सीटीओ, सबसे सस्ता दुकाँन, ने कहा, “इस अभूतपूर्व प्रकोप में दवाओं के समय पर डिलीवरी के महत्व को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। हम 150 से अधिक स्थानों पर अपने जिम्मेदार रिलेशनशिप सेंटर्स को धन्यवाद देते हैं जो इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान लोगों की सेवा में हमेशा तैयार हैं।”
श्री विवेक गोयनका, सीओओ, सबसे सस्ता दुकाँन ने कहा, “शुरुआती लॉकडाउन चरण के दौरान आपूर्ति के लिए कठिन समय था जिसमे लोजिस्टिक्स एक वास्तविक समस्या थी। लेकिन जिस क्षण हमने उन सभी व्यक्तियों के बारे में सोचा, जिन्हें दवाओं की सबसे ज्यादा जरूरत थी, हमने उन तक पहुंचने के लिए व्यापक कदम उठाए।”
गैर-तकनीक प्रेमी ग्राहक रिलेशनशिप सेंटर में जाकर या फ़ोन पे आर्डर दे कर सकते है वही तकनीक के जानकार ग्राहक सीधे ऐप या वेबसाइट के जरिए कंपनी को ऑर्डर कर सकते हैं। ब्रांड का सबसे अच्छा हिस्सा यह है कि इसका कोई न्यूनतम ऑर्डर मूल्य नहीं है।