सिलीगुड़ी: भारत के प्रमुख स्लीप सॉल्यूशन ब्रांड ड्यूरोफ्लेक्स ने एक बार फिर बेहद सफल डिजिटल म्यूजिक सीरीज, ड्यूरोफ्लेक्स साउंड्स ऑफ स्लीप के दूसरे सीजन को लॉन्च किया है। ड्यूरोफ्लेक्स साउंड्स ऑफ स्लीप 2 को लॉन्च किया गया है जिसमें संगीत की भूमिका के बारे में बताया गया है साथ ही देश के सबसे मशहूर और चहेते कलाकारों द्वारा गाई गई लोरियों की इस सीरीज में अच्छी नींद के लिये संगीत की अहमियत समझायी गई है।
इस साल, यह ब्रांड अरमान मलिक (हिन्दी), अर्को प्रावो मुखर्जी (बंगाली), महालक्ष्मी अय्यर (तमिल) और सिद्धार्थ महादेवन (तेलुगु) के ओरिजिनल कंपोजिशन के साथ अपनी म्यूजिक प्रॉपर्टी को एक कदम और आगे लेकर जा रहा है। इसे माता-पिता अपने नन्हे-मुन्नों को सुलाने के लिये गा सकते हैं और अपने खजाने में एक और नया मधुर संगीत शामिल कर सकते हैं। पैरेंटिंग के बदलते चलन से कदम से कदम मिलाते हुए, इन लोरियों में पुरुष गायकों को भी शामिल किया गया है। ड्यूरोफ्लेक्स का उद्देश्य भारत को बेहतर नींद में मदद करना है।
इस प्रॉपर्टी के बारे में स्मिता मुरारका, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, ड्यूरोफ्लेक्स का कहना है, “सीजन 1 को मिली बेहतरीन प्रतिक्रिया के बाद हमें ड्यूरोफ्लेक्स साउंड्स ऑफ स्लीप 2.0 को लॉन्च करते हुए बेहद खुशी हो रही है। यह देश में पहले से मौजूद लोरियों की समृद्ध विरासत में नये जमाने की लोरियों को शामिल करने का एक प्रयास है। इस इंडस्ट्री के भारत के कुछ जाने-माने कलाकारों ने मिलकर इसे तैयार किया है। यह लोरी को लेकर उनकी सोच को सामने लेकर आ रहा है, जिन्हें सुनते हुए वे बड़े हुए हैं और लोरी को वो किस रूप मे लेते हैं।“
इस प्रॉपर्टी के बारे में मुरारका यह भी कहती हैं, “हमने आज के युग की पैरेंटिंग में एक बदलाव देखा है। पारंपरिक समय के विपरीत, बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी अब सिर्फ मां की नहीं है। आज, माता-पिता दोनों बच्चे की देखभाल करने में समान रूप से सक्रिय भूमिका निभाते हैं। इस ट्रेंड को दर्शाते हुए, हम मुख्य रूप से पुरुष गायकों के साथ मिलकर लोरी गाने और पैरेंटिंग में बदलाव को अपना समर्थन दे रहे हैं।”
इस मौके पर जाने-माने गायक, अरमान मलिक कहते हैं, “निंदिया रे मेरी अब तक की पहली लोरी है। इससे पहले मैंने कभी लोरी नहीं गायी और मैं बहुत उत्साहित हूं और मुझे यह देखने का बेसब्री से इंतजार है जब मेरे फैन्स इसे सुनेंगे और इसे गाते हुए मैंने क्या महसूस किया। निंदिया रे सचमुच एक ऐसी लोरी है जिसे मैं सोने से पहले सुन सकता हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को भी ऐसा ही महसूस होगा।”
यह म्यूजिक प्रॉपर्टी नींद लाने की उस पुरानी परंपरा को एक समसामयिक भेंट है जिसे लोरी के नाम से जाना जाता है। लोरी शब्द एक नये और पुराने के मेल का एक स्वर है। इसे ब्रांड के चैनलों के अलावा ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी लिव पर भी देखा जा सकता है। यह ब्रांड भारत भर में 4 भाषाओं हिन्दी, तमिल, बंगाली और तेलुगु में लॉन्च किया है।