कोलकाता: देश की सबसे बड़ी सीमेंट और कंक्रीट मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों में से एक और भारत में क्षमता के मामले में पांचवीं सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी नुवोको विस्टास ने अपनी व्यापार रणनीति के साथ अपने निवेश और विस्तार योजनाओं की घोषणा की।
सीमेंट की मात्रा उपलब्धता को लगभग 2.4 एमटीपीए तक बढ़ाने के लिए व्यापक योजना: रिस्दा और निंबोल सीमेंट संयंत्रों में धातुमल क्षमता बढ़ाने के लिए के साथ बाधाओं को दूर करने के लिए कई परियोजनाएं चलाई जा रही है। ग्राइडिंग यूनिट को अपग्रेड कर मौजूदा चैनल का लाभ उठाया जाएगा। इसके लिए भिवानी हरियाणा में ब्लेंडिंग यूनिट को उत्तर में डबल बुल सीमेंट ब्रांड का सफल लांच किया गया है। उत्तर भारत के बाजारों में उच्च विकास बाजारों की सेवा के लिए महत्वपूर्ण प्रोत्साहन प्रदान करेगा। साइट पर मौजूदा बुनियादी ढांचा सीमित पूंजीगत व्यय के साथ परियोजनाओं को चालू करने में तेजी लाने में मदद करेगा। कंपनी की वर्तमान उत्पादन क्षमता को सीमित संसाधनों के आधार पर बढ़ाना और उपलब्धता को लगभग 2.4 एमटीपीए बढ़ा देंगे और लगभग 400 करोड़ रु.कुल पूंजीगत व्यय शामिल है।
वैकल्पिक ईधन साम्रगी प्रबंधन के जरिए परियोजना में बेहतर स्थिरता के लिए कंपनी प्रतिबद्ध: कंपनी खासतौर पर बेहतर स्थिरता के साथ अपने लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ रही है। इसके लिए रिस्डा और निंबोल सीमेंट संयंत्रों में वैकल्पिक ईंधन सामग्री प्रबंधन सुविधाएं स्थापित कर रही है। परियोजनाओं में शामिल स्थिरता के लिए पूंजीगत व्यय लगभग 50 करोड़ रु.तय किया गया है।
गुलबर्गा में ग्रीनफील्ड का विस्तार: किसी भी परियोजना में विकास और रणनीति एक अभिन्न अंग होते है। कंपनी गुलबर्गा में 6,000 टीपीडी क्लिंकर क्षमता के वैंचर ग्रीनफील्ड विस्तार में पहले चरण में उच्च क्षमता के लिए तैयारी कर रही । साइट पर कंपनी के पास पहले से ही चालू चूना पत्थर की खदान है। नई सुविधा से पश्चिमी और मध्य भारत के बाजारों में कंपनी के फुटप्रिंट को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। परियोजना के पहले चरण के लिए पूंजीगत व्यय लगभग 1500 करोड़ रु. विस्तार परियोजना के लिए आधार वित्त वर्ष 23 में निर्धारित किया गया है।
हिरेन पटेल, चेयरमैन, नुवोको विस्टास ने कहा, “हाल के बजट ने भारत की विकास गाथा के साथ बुनियादी ढांचे पर ध्यान देने के साथ इस पर फोकस किया गया है। गति शक्ति जैसी परियोजनाएं भारत की आर्थिक सफलता की राह पर ले जाने वाली परियोजना है। इससे मेगा बुनियादी ढांचा बनने के साथ यह परियोजना को जरूरी शक्ति और गति के साथ बेहतर दक्षता भी देती है। आज भारत एक किफायती आवास मिशन पर काम कर रहा है। इस आवास क्षेत्र के मिशन का बुनियादी ढांचे में सीमेंट एक अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री के सतत और बेहतर विकास के नजरिए में नुवोको की प्रस्तावित विस्तार योजनाएं एक योगदान देगी। हाल के निवेश नुवोको के एक सुरक्षित, स्मार्ट और टिकाऊ निर्माण सामग्री कंपनी होने के दृष्टिकोण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।”
जयकुमार कृष्णास्वामी, प्रबंध निदेशक, नुवोको विस्टा ने कहा, “वित्त वर्ष 26 तक भारत में सीमेंट की मांग 6-7 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है। हम लंबे समय में विकास प्रक्षेप के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। वैकल्पिक ईंधन सामग्री प्रबंधन सुविधाओं के प्रति हमारा निवेश एक स्थायी भविष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमारे वर्तमान विकास निवेश हमें देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में मुख्य रूप से अवसरों का लाभ उठाने में मदद करेंगे, जबकि पूर्व में हमारे नेतृत्व की स्थिति को और मजबूत करेंगे।”
नुवोको अपने बाजार आधार में विविधता लाने के साथ बेहतर निकासी और व्यावसायिक जोखिम को कम करने की विकास की कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है।