मुंबई/कोलकाता: फिल्म प्रभाग द्वारा “भारत छोड़ो आंदोलन” की 79वीं वर्षगांठ के मौके पर, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम इतिहास के ऐतिहासिक पलों को पुनरस्मरण कर रहा है। ब्रिटिश शासन को समाप्त करने की मांग में नयी जान डालने एवं देशवासियों को “करो या मरो” का अनमोल नारा प्रदान करने में “भारत छोड़ो आंदोलन” का अनूठा महत्त्व है। इसी स्मृती को पुनर्जिवित करते हुए “भारतीय स्वतंत्रता संग्राम श्रृंखला” के दो दुर्लभ वृत्तचित्रों का 8 अगस्त, 2021 को फिल्म प्रभाग की वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर प्रदर्शन किया गया, एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार।
“भारत छोड़ो” (1985/ 20 मिनट/ आर. कृष्ण मोहन) – इस फिल्म में सन १९३९ से उस अवधि को शामिल किया गया है जब द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया था और भारत में क्रिप्स मिशन का आगमन विफल हो गया था, जिसके परिणामस्वरुप अगस्त १९४२ में भारत छोड़ो का प्रस्ताव पारित किया गया। “करो या मरो” (1985/ 22 मिनट/ आर. कृष्ण मोहन) – यह फिल्म भारत छोड़ो प्रस्ताव के पारित होने के प्रसंग, नेताओं की गिरफ्तारी एवं पूरे देश में नेतृत्वहीन लोगों के विद्रोह की घटनाओं को प्रस्तुत करती है। इसके साथ ही भारत के स्वतंत्रता संग्राम में ‘आजाद हिंद फौज’ और सुभाष चंद्र बोस की भूमिका को भी प्रस्तुत करती है।
अधिक जानकारी के लिए फिल्म प्रभाग की वेबसाइट https://filmsdivision.org/ पर लॉग ऑन करें या फिल्म प्रभाग के यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/user/FilmsDivision पर जाये।