कोलकाता: स्तन कैंसर जागरूकता माह को चिह्नित करते हुए, अपने अभियान ‘इन योर ब्रेस्ट इंटरेस्ट’ (आपके स्तन के हित में) के तहत एचसीजी इको कैंसर सेंटर कोलकाता ने शेयर फॉर केयर एनजीओ के सहयोग से एक स्तन कैंसर जागरूकता वार्ता सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 50 महिलाओं ने हिस्सा लिया।
जागरूकता सत्र का संचालन डॉ. अमृता चक्रवर्ती ने किया, जिन्होंने स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलते हुए, स्तन कैंसर के लक्षणों, स्व-स्तन परीक्षण और बीमारी का जल्द पता लगाने और इलाज के लिए स्क्रीनिंग के महत्व पर जोर दिया।
अर्नब राहा, सीओओ, एचसीजी इको कैंसर सेंटर कोलकाता, ने कहा, “भारत में कैंसर का देर से पता लगना सबसे बड़ी समस्या है और कैंसर नियंत्रण की कुंजी सही समय पर सटीक उपचार देना है। हम इस मिशन के लिए समर्पित हैं, और हम मानते हैं कि बीमारी का जल्द पता लगाना से ही आधी लड़ाई जीत ली जाती है और हमारा निरंतर दृष्टिकोण महिलाओं को स्तन कैंसर के बारे में शिक्षित करने और इससे जुड़े मिथकों को तोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाना है।”
डॉ अमृता चक्रवर्ती, सलाहकार, ओन्को – रेडियोलॉजी, एचसीजी इको कैंसर सेंटर कोलकाता, ने कहा, “वर्तमान में, स्तन कैंसर की घटनाएं बढ़ रही हैं और देर से पता चलने से इलाज करना मुश्किल हो जाता है। प्राथमिक लक्षणों को समझना, रोकथाम की दिशा में एहतियाती कदम उठाना बहुत जरूरी है। समय-समय पर जांच कराकर रोग और शिथिलता के शुरुआती लक्षणों का पता लगाया जा सकता है और इसलिए जल्दी इलाज किया जा सकता है। प्रत्येक महिला को एक स्व-परीक्षण करनी चाहिए, और यदि उन्हें गांठ या कोई असामान्य गांठ मिलती है, तो उन्हें किसी विशेषज्ञ के पास जाने में देरी नहीं करनी चाहिए। सही समय पर निदान प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।”
इन जागरूकता शिविरों के साथ, एचसीजी अधिक से अधिक लोगों से लक्षणों की जांच और उपचार के विकल्पों के लिए आगे आने का आग्रह करता है।