कोलकाता: आईटीसी विवेल का फलसफा ’अब समझौता नहीं’ महिलाओं की समानता, उनके सशक्तिकरण के बारे में मुखर रहा है, वह महिलाओं को प्रोत्साहित करता है कि वे पूरे देश में यथास्थिति पर सवाल उठाएं, बेहिचक अपनी राय ज़ाहिर करें, अन्याय के विरुद्ध आवाज़ बुलंद करें और बिना समझौता किए अपनी पसंद पर कायम रहें।
बॉलीवुड की डायनमिक और उभरती हुई प्रतिभावान अभिनेत्री कृति सैनन आईटीसी विवेल की ब्रांड ऐम्बैसेडर हैं और कंपनी ने एक नई विज्ञापन फिल्म बनाई है जिसमें महिलाओं के अदम्य जज़्बे को दर्शाया गया है, इसमें दिखाया गया है कि चुनौती चाहे छोटी हो या बड़ी नारी शक्ति अपने मजबूत इरादे के साथ उनसे पार पा सकती है। इस विज्ञापन फिल्म में ऐसी कहानी प्रस्तुत की गई है जो विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को अपनी जैसी प्रतीत होंगी। इसमें संदेश दिया गया है कि महिलाएं आत्मविश्वास से पूर्ण हैं और किसी भी किस्म के हालात में वे समझौता नहीं करतीं तथा शांतचित्त रहते हुए तीक्ष्ण बुद्धि से स्थिति को संभाल लेती हैं। इस विज्ञापन फिल्म की संकल्पना ब्रांड डेविड द्वारा की गई है। विवेल के फलसफे ’अब समझौता नहीं’ को भावनात्मक एवं तार्किक तरीके से प्रकट किया गया है।
महिला सशक्तिकरण हेतु विवेल के कदम: ‘नो योर राइट्स’ (अपना हक जानो) पहल के साथ ’विवेल – अब समझौता नहीं’ भारत भर के कॉलेजों के साथ निरंतर कार्य कर रहा है ताकि महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी देकर उन्हें सशक्त किया जा सके और इस तरह से देश भर में ’इक्वैलिटी चैम्पियन’ बनाए जा सकें। इस कार्यक्रम के अंतर्गत देश की जानीमानी कानूनी विशेषज्ञ सुश्री करुणा नंदी के सहयोग 700 से ज्यादा कॉलेजों में वर्कशॉप की गई हैं। वर्ष 2019 से शुरु की गई इस मुहिम में अब तक लगभग 1 लाख विद्यार्थी सक्रिय हिस्सेदारी कर चुके हैं।
विवेल ने आज़ाद फाउंडेशन इंडिया के सहयोग से ‘परवाज़’ नामक नारीवादी नेतृत्व कार्यक्रम भी शुरु किया है जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त करना और समुदायों में बदलाव लाना है। अपने तीसरे साल में पहुंच चुका यह प्रोजेक्ट बीते दो वर्षों में 40 से अधिक सामुदायिक नेताओं को प्रस्तुत कर चुका है जिन्होंने बड़े व छोटे, दोनों स्तरों पर 60,000 से ज्यादा महिलाओं की जिंदगी परिवर्तित करने में मदद की है।